मेरठ जैसा मर्डर केस: भिवानी में महिला ने यूट्यूबर प्रेमी के साथ मिलकर की पति की हत्या
हरियाणा के भिवानी से एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जो मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड की भयावह याद दिला देता है। यहां एक महिला ने सोशल मीडिया की दीवानगी में अपने ही पति की जान ले ली। वजह थी यूट्यूबर प्रेमी से नाजायज़ रिश्ता और उसके रास्ते में आ रहा पति।
सोशल मीडिया की लत ने बनाया कातिल
रेवाड़ी की रहने वाली रवीना नाम की महिला यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर रील बनाती थी। इसी दौरान उसका संपर्क हांसी के प्रेमनगर निवासी सुरेश नाम के यूट्यूबर से हुआ। यह रिश्ता धीरे-धीरे अवैध संबंधों में तब्दील हो गया। पति प्रवीण इस रिश्ते का विरोध करता था और अक्सर रवीना को रोकता-टोकता था। लेकिन रवीना को यह बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने एक खौफनाक साजिश रच डाली।
चुन्नी से गला घोंटकर की हत्या, शव को ठिकाने लगाने बाइक पर निकले प्रेमी संग
25 मार्च की रात रवीना अपने पति प्रवीण से झगड़ने के बाद उसके ही घर में रुक गई। उसी रात, जब सब सो गए तो रवीना ने पहले से तय योजना के तहत अपने प्रेमी सुरेश को बुलाया। दोनों ने मिलकर प्रवीण की चुन्नी से गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद प्रवीण के शव को कपड़े में लपेटा और बाइक पर बीच में रखकर भिवानी के दिनोद रोड स्थित नाले में फेंक दिया।
मृतक की पहचान: 35 वर्षीय प्रवीण, ऑटो चालक और 6 साल के बेटे का पिता
मृतक प्रवीण, भिवानी के पुराने बस स्टैंड क्षेत्र स्थित गुजरों की ढाणी में रहता था। वह एक ऑटो चालक था और उसकी उम्र 35 साल थी। उसकी शादी रेवाड़ी की रहने वाली रवीना से हुई थी। दोनों का एक 6 साल का बेटा मुकुल है। परिवार में सब ठीक नहीं चल रहा था। आए दिन पति-पत्नी के बीच झगड़े होते थे।
पिता ने जताई थी आशंका: बहू के अवैध संबंध के कारण बेटे की गई जान
प्रवीण के पिता सुभाष ने जब बेटे की लापता होने की सूचना दी तो उन्होंने पुलिस को साफ बताया कि उनकी बहू रवीना का यूट्यूबर सुरेश से रिश्ता है। उन्होंने शक जताया कि उनके बेटे की हत्या इन्हीं दोनों ने मिलकर की है। सुभाष ने यह भी बताया कि 25 मार्च को रवीना घर आई थी और उसी दिन बेटे से झगड़ा हुआ था।
शव बरामदगी से उड़ी पुलिस की नींद
प्रवीण की गुमशुदगी के 3 दिन बाद, यानी 28 मार्च को दिनोद रोड के पास गंदे नाले से एक शव मिला। शव की पहचान प्रवीण के रूप में हुई। शव की हालत देख यह साफ हो गया कि उसे मारकर फेंका गया है। पुलिस ने तुरंत हत्या का मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी।
CCTV फुटेज से खुला पूरा राज़
प्रवीण के परिजनों ने अपनी ओर से जांच शुरू की। उन्होंने घर से निकलने वाले रास्तों की CCTV फुटेज निकलवाई। इसी में एक फुटेज मिला, जिसमें 25 मार्च की रात करीब 2 से 2:30 बजे के बीच रवीना और हेलमेट पहने एक शख्स (सुरेश) को प्रवीण के शव को कपड़े में लपेटकर बाइक पर ले जाते देखा गया। यह फुटेज पुलिस को दिया गया।
पुलिस की पूछताछ में कबूला जुर्म
CCTV फुटेज और परिवार के आरोपों के आधार पर पुलिस ने रवीना और सुरेश को राउंडअप किया। जब दोनों से सख्ती से पूछताछ की गई तो सारा राज खुल गया। रवीना ने कबूल कर लिया कि उसने यूट्यूबर प्रेमी सुरेश के साथ मिलकर पति की हत्या की।
गिरफ्तारी और कार्रवाई
- रवीना को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
- सुरेश को पुलिस रिमांड पर लिया गया है और उससे हत्या में प्रयुक्त वाहन, योजना, और अन्य साक्ष्यों की जानकारी ली जा रही है।
पुलिस का बयान
नरेंद्र कुमार, एसएचओ, सदर थाना भिवानी ने बताया:
“प्रवीण की हत्या के मामले में उसकी पत्नी रवीना और एक अन्य युवक सुरेश को गिरफ्तार किया गया है। रवीना को जेल भेजा गया है जबकि सुरेश से पूछताछ जारी है।“
रील्स के लिए रिश्ता, रिश्ता तोड़ने के लिए मर्डर
यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि समाज के बदलते व्यवहार और सोशल मीडिया की अंधी दौड़ का आईना है। रवीना ने यूट्यूबर बनने के चक्कर में अपने पति की जान ले ली। सोशल मीडिया पर नाम और शोहरत की चाह में इंसान कहां तक गिर सकता है, यह केस उसका जीता-जागता उदाहरण है।
कानूनी पहलू
- IPC की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
- आरोपियों के खिलाफ साजिश और सबूत मिटाने की धाराएं भी जुड़ सकती हैं।
- केस की अगली सुनवाई में सुरेश को भी न्यायालय में पेश किया जाएगा।
सोशल मीडिया का काला सच
आज सोशल मीडिया एक अभिव्यक्ति का मंच है, लेकिन जब यह मंच जुनून और अंधेपन में बदल जाए, तो रिश्ते, मर्यादा और इंसानियत सब कुछ मिट जाता है। भिवानी मर्डर केस इसका जीता-जागता उदाहरण है।
मनोवैज्ञानिक नजरिया
विशेषज्ञों के अनुसार, यूट्यूब और इंस्टा पर शोहरत पाने की चाह कई बार “डोपामिन डिपेंडेंसी” पैदा करती है। इससे इंसान सही-गलत का फर्क भूल जाता है और रिश्तों को बोझ मानने लगता है। रवीना भी इसी मानसिकता की शिकार थी।
निष्कर्ष
भिवानी मर्डर केस सिर्फ एक घरेलू कलह का मामला नहीं, बल्कि आज के डिजिटल युग में रिश्तों की कीमत और सोशल मीडिया की अंधी दौड़ का खतरनाक मिलाजुला रूप है। यह घटना चेतावनी है कि वर्चुअल दुनिया में खो जाने से पहले अपने आस-पास के रिश्तों की असलियत को समझें।