शाहबाद फायरिंग कांड: क्लास में चल रही थी पढ़ाई, ऊपर से गुजर गईं गोलियां
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के शाहबाद कस्बे में वीरवार को लाडवा रोड स्थित एक आइलेट्स इंस्टीट्यूट में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब दो अज्ञात युवकों ने अचानक फायरिंग कर दी। इस खौफनाक वारदात के समय क्लास में कई बच्चे पढ़ाई कर रहे थे और गोलियों की आवाज सुनते ही वहां हड़कंप मच गया।
कैसे हुआ हमला: इंस्टीट्यूट में घुसते ही शुरू कर दी फायरिंग
शाम करीब 3:30 बजे दो युवक मोटरसाइकिल पर आए और बिना किसी पूर्व चेतावनी के इंस्टीट्यूट में घुस गए। एक ने काली शर्ट पहन रखी थी और सिर पर सफेद कपड़ा बांधा हुआ था, जबकि दूसरा टोपी लगाए हुए था। अंदर घुसते ही उन्होंने रिवॉल्वर से फायरिंग शुरू कर दी, जिससे क्लासरूम की दीवारें थर्रा उठीं।
बच्चे थे क्लास में मौजूद, बाल-बाल बचे
गोलियां क्लासरूम की दीवारों को चीरती हुई ऊपर से निकल गईं। उस समय कक्षा में लगभग 12 से 15 छात्र पढ़ाई कर रहे थे। यदि गोलियों की दिशा थोड़ी भी बदल जाती तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। बच्चों में भय और तनाव का माहौल बन गया है और कुछ अभी भी सदमे में हैं।
घायल हुआ व्यक्ति, बेटी को खाना देने आया था
इस हमले में एक व्यक्ति भूषण कुमार घायल हो गया, जो अपनी बेटी भारती को खाना देने आया था। भारती इंस्टीट्यूट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में कार्यरत है। हमलावरों की गोली भूषण कुमार को लगी और उसे तुरंत शाहबाद के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर होने के कारण आदेश अस्पताल रेफर कर दिया गया।
रिसेप्शनिस्ट की गवाही: एक दिन पहले भी दिखे थे आरोपी
घटना की प्रत्यक्षदर्शी भारती ने पुलिस को बताया कि ये युवक एक दिन पहले यानी बुधवार को भी इंस्टीट्यूट में दाखिला लेने के बहाने आए थे। तब उन्होंने क्लासेस और फीस की जानकारी ली थी, लेकिन उनका व्यवहार संदिग्ध था। घटना वाले दिन वे सीधे रिसेप्शन की तरफ बढ़े और फायरिंग शुरू कर दी।
विदेश से आया फिरौती कॉल: इंस्टीट्यूट मालिक को दी धमकी
फायरिंग के कुछ ही समय बाद इंस्टीट्यूट मालिक पंकुश कक्कड़ को एक इंटरनेशनल नंबर से कॉल आया। कॉलर ने फिरौती की मांग करते हुए जान से मारने की धमकी दी। हालांकि पुलिस इस कॉल की पुष्टि करने से फिलहाल बच रही है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि कॉल ट्रैक किया जा रहा है और टेक्निकल सर्विलांस टीम सक्रिय हो गई है।
सबूत जुटाने में जुटी पुलिस: सीसीटीवी से सुराग की कोशिश
घटना के बाद शाहबाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और पूरे इलाके को घेर लिया। फोरेंसिक टीम, डॉग स्क्वॉड और जिला अपराध शाखा की टीम ने घटनास्थल की गहन जांच की। इंस्टीट्यूट में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, जिसमें हमलावरों की साफ तस्वीरें मिली हैं। पुलिस ने गोलियों के खाली खोल भी जब्त कर लिए हैं।
शहर में मचा हड़कंप, लाडवा रोड पर भारी भीड़
इस सनसनीखेज वारदात की खबर पूरे शाहबाद में आग की तरह फैल गई। लाडवा रोड पर भारी भीड़ जमा हो गई और लोग घटनास्थल पर पहुंचने लगे। पुलिस को भीड़ को हटाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त फोर्स बुलानी पड़ी।
हमले के पीछे का मकसद: रंगदारी या निजी दुश्मनी?
पुलिस इस हमले को किसी गैंग द्वारा रंगदारी वसूलने की कोशिश मान रही है, लेकिन इंस्टीट्यूट प्रबंधन की तरफ से किसी के साथ कोई पुरानी दुश्मनी की जानकारी सामने नहीं आई है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस फायरिंग के पीछे किसी रैकेट या संगठित गिरोह का हाथ है।
विद्यार्थियों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद कई अभिभावक अपने बच्चों को लेने इंस्टीट्यूट पहुंचे और इंस्टीट्यूट प्रशासन से नाराजगी जताई। छात्रों में खौफ का माहौल है और कुछ ने आगे की क्लासेस लेने से इंकार कर दिया है। कई अभिभावकों ने प्रशासन से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग की है।
पुलिस का आधिकारिक बयान
शाहबाद थाने के प्रभारी ने बताया, “हमने घटनास्थल से सभी सबूत इकट्ठा कर लिए हैं। सीसीटीवी फुटेज से हमलावरों की पहचान की जा रही है। घायल व्यक्ति की हालत गंभीर है लेकिन स्थिर है। जल्द ही हम आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे।”
जांच का दायरा बढ़ा, साइबर सेल भी जुटी
पुलिस ने जांच के दायरे को बढ़ाते हुए साइबर सेल की मदद ली है। इंटरनेशनल कॉल को ट्रैक किया जा रहा है और मोबाइल टावर डेटा भी खंगाला जा रहा है। पुलिस ने आशंका जताई है कि यह फिरौती गिरोह का काम हो सकता है जो शहरों में दहशत फैलाकर पैसे वसूलना चाहता है।
शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना के बाद यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या शिक्षा संस्थान बच्चों के लिए सुरक्षित हैं? एक तरफ जहां छात्र आईलेट्स जैसे कोर्सेज की तैयारी के लिए संस्थानों पर निर्भर हैं, वहीं दूसरी ओर इस प्रकार की घटनाएं उनके भविष्य और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर गहरा असर डालती हैं।
निष्कर्ष: क्या शाहबाद सुरक्षित है?
शाहबाद जैसी शांत बस्ती में इस प्रकार की घटना ने लोगों की नींद उड़ा दी है। पुलिस और प्रशासन के लिए यह चुनौती है कि जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़कर कानून के हवाले किया जाए और नागरिकों में विश्वास बहाल किया जाए।
बच्चों की सुरक्षा, शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा और समाज में फैलते अपराध पर लगाम लगाने के लिए यह समय गंभीर मंथन और कठोर कार्रवाई का है।