सोनीपत में शिक्षक की दिल दहला देने वाली हत्या: उधार के 5000 रुपये मांगना बना मौत की वजह
हरियाणा के सोनीपत जिले में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। एक निजी स्कूल में गणित पढ़ाने वाले शिक्षक की सिर्फ इसलिए बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई क्योंकि उन्होंने उधार दिए गए पांच हजार रुपये वापस मांग लिए थे। इस पूरे हत्याकांड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।
गांव कासंडी में घटी वारदात, शिक्षक संदीप की पीट-पीटकर हत्या
यह दुखद घटना सोनीपत जिले के गोहाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव कासंडी में घटित हुई। मृतक की पहचान संदीप के रूप में हुई है, जो गांव के ही एक निजी स्कूल में गणित शिक्षक थे। संदीप का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने गांव के एक युवक पवन से अपने 5,000 रुपये वापस मांग लिए थे।
पिता की जुबानी घटना की दर्दनाक कहानी
संदीप के पिता रामभज ने मीडिया को बताया, “मेरा बेटा घर से निकला था, तभी गांव के दुकानदार ने आकर बताया कि संदीप को घायल अवस्था में खानपुर मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हम जब तक वहां पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।”
उन्होंने आगे बताया, “संदीप ने गांव के युवक पवन को ऑनलाइन 35,000 रुपये उधार दिए थे। पवन ने इनमें से 30,000 रुपये एक दिन बाद लौटा दिए थे, लेकिन बाकी 5,000 रुपये देने में आनाकानी कर रहा था। जब संदीप ने उससे पैसे मांगे, तो उसने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर हमला कर दिया।”
हमले का वीडियो वायरल, समाज में फैली दहशत
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस वीभत्स हमले का वीडियो किसी ने बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि संदीप को जमीन पर गिराकर डंडों से बुरी तरह पीटा जा रहा है। उसके शरीर के कई हिस्सों पर गंभीर चोटें आईं, जिनमें हाथ, पैर, पीठ और सिर शामिल हैं।
वीडियो के वायरल होते ही पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है। लोग इस तरह की घटनाओं को लेकर प्रशासन और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं।
गांव में पसरा मातम, स्कूल में शोक का माहौल
गांव कासंडी में इस घटना के बाद गहरा शोक छा गया है। संदीप के घर पर लोगों का तांता लगा हुआ है। स्कूल के सहकर्मियों और छात्रों को जैसे गहरा सदमा लगा है। एक छात्र ने रोते हुए बताया, “सर बहुत अच्छे इंसान थे। गणित के सवाल इतने आसान तरीके से समझाते थे कि हमें कभी ट्यूशन की जरूरत ही नहीं पड़ी।”
हत्या का कारण: मात्र 5000 रुपये की उधारी
आरोपी पवन से संदीप का ₹35,000 का लेनदेन था। पवन ने 30,000 रुपये लौटा दिए थे, लेकिन बची हुई रकम के लिए वह टालमटोल कर रहा था। जब संदीप ने दोबारा पैसे मांगे, तो आरोपी ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर उसे सरेआम पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। गंभीर रूप से घायल संदीप को खानपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
ACपी ऋषिकांत का बयान: चार हमलावरों की पहचान, जांच जारी
गोहाना के एसीपी ऋषिकांत ने मीडिया को बताया, “हमारे पास घटना का वीडियो और गवाहों के बयान मौजूद हैं। प्राथमिक जांच में चार आरोपियों की पहचान हुई है। सभी की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। बहुत जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की सत्यता की भी जांच की जा रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की भूमिका पर सवाल: क्या ऐसी घटनाएं रोकी जा सकती थीं?
इस घटना के बाद आमजन का प्रशासन और पुलिस पर सवाल उठाना लाजमी है। अगर पवन और उसके साथियों के आचरण पर पहले से नजर होती, या संदीप को समय रहते सुरक्षा मिलती, तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी। ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन छोटे-छोटे विवादों को लेकर हिंसा होती है, लेकिन पुलिस कार्रवाई में देरी से अपराधियों के हौसले बुलंद हो जाते हैं।
सोशल मीडिया पर उठी न्याय की मांग: #JusticeForSandeep ट्रेंड में
घटना के वीडियो के वायरल होने के बाद ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर #JusticeForSandeep ट्रेंड करने लगा। हजारों लोगों ने पोस्ट शेयर कर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है। कई सामाजिक संगठनों और शिक्षकों की यूनियनों ने भी इस घटना की निंदा की है और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
कानूनी पहलुओं पर नजर: क्या IPC की धारा 302 लगेगी?
इस हत्या के मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या), 34 (सामूहिक इरादा), 120B (षड्यंत्र) जैसे कई प्रावधान लगाए जा सकते हैं। यदि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को सबूत के तौर पर स्वीकार किया जाता है, तो यह आरोपियों के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।
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मानवता के गिरते स्तर की भयावह तस्वीर
सिर्फ पांच हजार रुपये के लिए एक शिक्षक की हत्या इस बात का सबूत है कि समाज में असहिष्णुता और अपराध की प्रवृत्ति कितनी तेजी से बढ़ रही है। जिस पेशे को सबसे सम्मानजनक माना जाता है – शिक्षक – उसी वर्ग के एक सदस्य की इस तरह हत्या होना अत्यंत शर्मनाक है।
परिवार की मांग: दोषियों को फांसी और आर्थिक मदद
संदीप के परिजनों ने सरकार से मांग की है कि सभी आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए और परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए ताकि संदीप की पत्नी और बच्चों का भविष्य सुरक्षित किया जा सके। परिवार ने संदीप को ‘शहीद शिक्षक’ का दर्जा देने की भी मांग की है।
निष्कर्ष: कब बदलेगा समाज, कब जागेगा तंत्र?
सोनीपत की इस घटना ने एक बार फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर हमारी संवेदनाएं कहां चली गई हैं? कब हम दूसरों की बातों को संवाद से सुलझाने की बजाय हिंसा का सहारा लेने लगे?
इस घटना को सिर्फ एक ‘हत्या’ मानना भूल होगी, यह पूरे समाज और व्यवस्था के लिए एक चेतावनी है। अब समय आ गया है कि हम कानून के डर को समाज में फिर से स्थापित करें, ताकि भविष्य में कोई संदीप ऐसे दर्दनाक अंत का शिकार न हो।