झज्जर पुलिस की बड़ी सफलता: 3.5 लाख का गांजा और दो तस्कर गिरफ्तार
हरियाणा के झज्जर जिले में पुलिस ने नशे के कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 3.5 लाख रुपये के गांजे की खेप बरामद की है। यह घटना राज्य में बढ़ते नशे के प्रसार के खिलाफ पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस कार्रवाई में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से 35 किलो 350 ग्राम गांजा मिला है।
सूचना और कार्रवाई का आरंभ
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि दो नशा तस्कर, अशोक उर्फ छोटू और संदीप, गांजे की तस्करी में संलिप्त हैं। बताया गया कि यह दोनों रेवाड़ी से झज्जर की ओर एक गाड़ी में गांजा लेकर आ रहे हैं। सूचना मिलते ही झज्जर पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए रेवाड़ी-झज्जर रोड के कुलाना चौक पर नाकाबंदी कर दी। यह कार्रवाई अपराध पर कड़ा प्रहार करने की मंशा से की गई।
आरोपियों की पहचान और गाड़ी की तलाशी
नाकाबंदी के कुछ समय बाद रेवाड़ी की दिशा से स्लेटी रंग की दिल्ली नंबर प्लेट वाली गाड़ी आती दिखी। पुलिस ने गाड़ी को रोका और उसमें मौजूद दोनों आरोपियों से उनकी पहचान पूछी। ड्राइवर सीट पर बैठे व्यक्ति ने अपना नाम अशोक उर्फ छोटू बताया, जो मूल रूप से गांव पनसिहा, थाना बहादुरपुर, जिला दरभंगा, बिहार का निवासी है और वर्तमान में दिल्ली के नरेला इलाके में विशाल बाग के पास शिव मंदिर के नजदीक रह रहा है। वहीं, साथ बैठे दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम संदीप बताया, जो रोहतक के खरक जाटाण गांव का रहने वाला है।
गाड़ी से गांजे की खेप बरामद
पुलिस ने आरोपियों की गाड़ी की तलाशी ली, जिसमें डिग्गी से दो प्लास्टिक के कट्टे बरामद हुए। इन कट्टों में बड़े पैमाने पर गांजा भरा हुआ था। सफेद रंग के कट्टे में 21 किलो 250 ग्राम और हरे रंग के कट्टे में 14 किलो 100 ग्राम गांजा था। इस प्रकार कुल 35 किलो 350 ग्राम गांजा बरामद किया गया।
गांजे की कीमत और तस्करी के इरादे
बरामद गांजे की कीमत बाजार में लगभग 3.5 लाख रुपये आंकी गई है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि यह खेप अन्य इलाकों में नशा सप्लाई करने के लिए लाई जा रही थी।
पुलिस की तेज़ कार्यशैली
इस ऑपरेशन में झज्जर पुलिस ने तुरंत सूचना पर कार्रवाई करके अपराधियों को दबोच लिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस गिरफ्तारी से न केवल नशे के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है, बल्कि समाज में बढ़ते नशे के संकट को भी नियंत्रित करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ा गया है।
आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटैंस) अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब इनसे पूछताछ कर रही है ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों तक पहुंचा जा सके।
गुप्त सूचना और निगरानी का महत्व
इस प्रकार की कार्रवाई यह दर्शाती है कि पुलिस की सतर्कता और गुप्त सूचना नेटवर्क की मजबूत पकड़ अपराधियों को पकड़ने में कितना अहम साबित हो सकती है। झज्जर पुलिस ने इस कार्रवाई के साथ यह स्पष्ट संकेत दिया है कि नशे के व्यापार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
समाज के लिए संदेश
इस कार्रवाई का मुख्य संदेश यह है कि नशे के खिलाफ जागरूकता और सक्रिय प्रयास ही इसे जड़ से समाप्त कर सकते हैं। नशे की लत युवाओं के भविष्य को बर्बाद कर सकती है, और इसे खत्म करने के लिए पुलिस, समाज और सरकार को मिलकर काम करना होगा।
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अधिक जानकारी जुटाने के प्रयास
पुलिस अब जांच के जरिए यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस तस्करी के पीछे कौन-कौन लोग जुड़े हैं और गांजा कहां से लाया गया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यदि जरूरत पड़ी तो अन्य राज्यों की पुलिस से भी संपर्क किया जाएगा।
नशा तस्करी के मामलों में तेजी
हरियाणा में पिछले कुछ समय से नशा तस्करी के मामलों में तेजी देखी गई है। इस गिरफ्तारी से यह साफ है कि झज्जर पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ इस तरह के अपराधों पर रोक लगाने के लिए काम कर रही है।
पुलिस की अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि उन्हें इस प्रकार की किसी भी गैरकानूनी गतिविधि की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। जागरूक नागरिक ही अपराध और नशे से मुक्त समाज बनाने में योगदान दे सकते हैं।