राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा की तिथि घोषित कर दी है। इस परीक्षा के माध्यम से कक्षा 6 और 9 में विद्यार्थियों को प्रवेश मिलेगा।
सैनिक स्कूल में प्रवेश का सुनहरा मौका
सैनिक स्कूलों का उद्देश्य न केवल छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, बल्कि उन्हें भारतीय सशस्त्र बलों में करियर बनाने के लिए भी तैयार करना है। यह संस्थान छात्रों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करते हैं। भारतीय सैनिक स्कूलों में प्रवेश पाने के लिए हर साल प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है, और इस बार राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने 2025 के प्रवेश परीक्षा की तिथि 5 अप्रैल को घोषित कर दी है।
आवेदन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और विद्यार्थियों को अब इस प्रतिष्ठित परीक्षा में भाग लेने का मौका मिलेगा। जिन छात्रों ने 23 जनवरी तक आवेदन किया था, वे इस परीक्षा में भाग लेने के पात्र होंगे।
कक्षा 6 और 9 के लिए परीक्षा विवरण
सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा देशभर के 33 सैनिक स्कूलों के लिए आयोजित की जाती है। परीक्षा के आयोजन के लिए एनटीए ने 190 शहरों का चयन किया है, ताकि अधिक से अधिक छात्रों को इस परीक्षा में भाग लेने का अवसर मिल सके।
इस बार, कक्षा 6 और कक्षा 9 के लिए प्रवेश परीक्षा 5 अप्रैल को आयोजित की जाएगी। कक्षा 6 के लिए परीक्षा का समय दोपहर 2 बजे से शाम 4:30 बजे तक निर्धारित किया गया है, वहीं कक्षा 9 के लिए परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होगी।
परीक्षा का प्रारूप
सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा में OMR शीट का उपयोग किया जाएगा, और यह परीक्षा बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQ) के रूप में होगी। कक्षा 6 की परीक्षा 300 अंकों की होगी, जबकि कक्षा 9 के लिए यह 400 अंकों की होगी।
सभी प्रश्न पत्र पेपर-पेन मोड में होंगे, जो परीक्षा की पारंपरिक प्रक्रिया को बनाए रखते हैं। विद्यार्थियों को परीक्षा में गणित, अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान, बुद्धिमत्ता और भाषा जैसे विषयों पर आधारित प्रश्नों का उत्तर देना होगा।
कक्षा 6 और 9 के लिए सीटों का वितरण
सैनिक स्कूलों में कक्षा 6 के लिए 100 सीटों का आवंटन किया गया है, जिसमें 90 सीटें लड़कों के लिए और 10 सीटें लड़कियों के लिए आरक्षित हैं। वहीं, कक्षा 9 के लिए 21 सीटें निर्धारित की गई हैं, जो केवल लड़कों के लिए उपलब्ध हैं। इन सीटों की संख्या भविष्य में कभी भी घटाई या बढ़ाई जा सकती है।
कुंजपुरा सैनिक स्कूल में कक्षा 6 और कक्षा 9 के लिए सीटों का आवंटन 67 प्रतिशत हरियाणा राज्य के विद्यार्थियों के लिए और 33 प्रतिशत अन्य राज्यों के विद्यार्थियों के लिए किया गया है।
प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारी टिप्स
सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा अत्यधिक प्रतिस्पर्धी होती है, और इसके लिए अच्छी तैयारी की आवश्यकता होती है। यहां कुछ महत्वपूर्ण तैयारी टिप्स दिए जा रहे हैं:
- सिलेबस को जानें: सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा के लिए सिलेबस को पूरी तरह से समझना जरूरी है। यह आपको यह समझने में मदद करेगा कि किन विषयों पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
- पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें: पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से आपको परीक्षा का सही पैटर्न और प्रश्नों का प्रकार समझने में मदद मिल सकती है।
- समय प्रबंधन: परीक्षा के दौरान समय प्रबंधन बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए नियमित रूप से मॉक टेस्ट लें ताकि आप परीक्षा के दौरान समय का सही उपयोग कर सकें।
- सामान्य ज्ञान पर ध्यान दें: सामान्य ज्ञान और बुद्धिमत्ता के सवालों का उत्तर देने के लिए रोजाना समाचार पत्र पढ़ें, सामान्य ज्ञान की किताबें पढ़ें और वर्तमान घटनाओं से अवगत रहें।
- दबाव से बचें: परीक्षा के दिनों में मानसिक दबाव को कम करने की कोशिश करें और अपनी तैयारी पर विश्वास रखें।
एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट पर अधिक जानकारी
सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा के बारे में अधिक जानकारी के लिए एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से चेक करें। विद्यार्थियों को प्रवेश पत्र और परीक्षा सूचना पर्ची जल्द ही जारी की जाएगी।
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अगर किसी छात्र या उनके अभिभावकों को किसी भी प्रकार की जानकारी की आवश्यकता हो, तो वे हेल्पलाइन नंबर 011-40759000 पर संपर्क कर सकते हैं।
कुंजपुरा सैनिक स्कूल: एक महत्वपूर्ण विवरण
कुंजपुरा सैनिक स्कूल, करनाल जिले का एक प्रमुख सैनिक स्कूल है, जो पूरे राज्य में अपनी शिक्षा गुणवत्ता और अनुशासन के लिए प्रसिद्ध है। यहां कक्षा 6 और कक्षा 9 के लिए नियमित रूप से प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है।
यह स्कूल छात्रों को केवल अकादमिक शिक्षा ही नहीं, बल्कि शारीरिक प्रशिक्षण, मानसिक विकास, नेतृत्व कौशल, और चरित्र निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित करता है। इसके अलावा, यहाँ के विद्यार्थी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) और अन्य सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए भी तैयार होते हैं।
सैनिक स्कूलों के महत्व को समझें
सैनिक स्कूलों का उद्देश्य न केवल छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना है, बल्कि उन्हें सशस्त्र बलों में करियर बनाने के लिए तैयार करना भी है। इन स्कूलों में छात्रों को कठोर अनुशासन, सभी क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास, और राष्ट्र सेवा की भावना सिखाई जाती है।
सैनिक स्कूलों के विद्यार्थी भविष्य में भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना में अधिकारी बनने के लिए योग्य होते हैं। सैनिक स्कूलों में शिक्षा के अलावा, छात्रों को शारीरिक फिटनेस और समाज सेवा जैसे महत्वपूर्व मूल्यों का भी पाठ पढ़ाया जाता है।
सैनिक स्कूलों के चयन प्रक्रिया में और क्या शामिल है?
सैनिक स्कूलों में प्रवेश पाने के लिए लिखित परीक्षा के बाद स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाता है। इसके बाद, छात्रों का चयन साक्षात्कार और अन्य परीक्षणों के आधार पर किया जाता है।
आवेदन प्रक्रिया के बाद, जो छात्र लिखित परीक्षा और स्वास्थ्य परीक्षण में पास होंगे, उन्हें साक्षात्कार और अंतिम चयन प्रक्रिया के लिए बुलाया जाएगा। इस पूरे चयन प्रक्रिया के दौरान, उम्मीदवारों का मानसिक, शारीरिक और शैक्षिक स्तर जांचा जाएगा।
निष्कर्ष
सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा का आयोजन न केवल एक अवसर है, बल्कि यह नेताओं और देशभक्तों के रूप में भारतीय सशस्त्र बलों के लिए भविष्य के अधिकारी तैयार करने का एक अहम कदम है। यदि आप भी इस परीक्षा में बैठने की तैयारी कर रहे हैं, तो समय पर तैयारी शुरू कर दें और परीक्षा के दौरान शांत और आत्मविश्वासी रहें।
सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा 5 अप्रैल को होने जा रही है, और यह वह अवसर है जो किसी भी छात्र के जीवन को एक नया दिशा दे सकता है।