उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। इंदिरानगर थाना क्षेत्र के सेक्टर-22 में रहने वाले 71 वर्षीय रिटायर्ड IAS अधिकारी डीएन दुबे के घर पर बदमाशों ने बड़ी लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया। जब दुबे साहब गोल्फ खेलकर अपने घर वापस लौटे, तो उन्होंने देखा कि घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था और उनकी पत्नी मोहिनी का शव फर्श पर खून से लथपथ पड़ा था। यह देखकर वे हक्के-बक्के रह गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
दिनदहाड़े घर में लूटपाट, पत्नी की निर्मम हत्या
रायबरेली समेत कई जिलों में डीएम और इलाहाबाद में मंडलायुक्त रह चुके डीएन दुबे ने जब अपने घर का यह हाल देखा तो वे सकते में आ गए। उनकी पत्नी मोहिनी के गले में फंदा बंधा हुआ था, जिससे स्पष्ट था कि उनकी हत्या कर दी गई थी। पुलिस को सूचना मिलते ही महकमे में हड़कंप मच गया और तुरंत पुलिस की टीम मौके पर पहुंची।
पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की
मौके पर पहुंची पुलिस ने फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड को भी बुला लिया। साथ ही आसपास के इलाके में मौजूद सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि आरोपियों का पता लगाया जा सके। पुलिस ने केस दर्ज कर मोहिनी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है।
दुबे परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
डीएन दुबे और उनके परिवार पर इस घटना के बाद दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मोहिनी की हत्या ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। मोहिनी एक सम्मानित महिला थीं और उनका इस प्रकार निर्मम हत्या होना समाज के लिए एक बड़ा सदमा है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से लखनऊ में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दिनदहाड़े हुई इस लूटपाट और हत्या की घटना ने पुलिस की कार्यक्षमता पर भी प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। ऐसे में पुलिस प्रशासन पर दबाव है कि वे जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा करें और आरोपियों को गिरफ्तार करें।
अपराधियों की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की प्रक्रिया तेज कर दी है। सीसीटीवी फुटेज और फॉरेंसिक साक्ष्यों के आधार पर अपराधियों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही वे आरोपियों को पकड़ने में सफल होंगे और उन्हें सख्त सजा दिलाई जाएगी।
समाज में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर चिंता
लखनऊ में इस प्रकार की घटना ने समाज में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर चिंता बढ़ा दी है। लोगों में भय का माहौल है और वे अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। ऐसे में समाज और प्रशासन दोनों को मिलकर इन आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
लखनऊ की यह घटना सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि यह समाज के लिए एक बड़ा सबक है। हमें ऐसी घटनाओं से सीख लेकर अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाना होगा। पुलिस प्रशासन को भी अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। दुबे परिवार के साथ यह दुखद घटना हम सभी के लिए एक चेतावनी है कि हमें सतर्क और सचेत रहकर अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को सुनिश्चित करना होगा।