गांव की शांति भंग: महिलाओं और लड़कियों पर अभद्र पर्चे फेंके
हरियाणा के पानीपत जिले के इसराना क्षेत्र के एक गांव में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ शर्मनाक हरकत हुई है। किसी अज्ञात व्यक्ति ने रात के समय गांव की बेटियों पर अभद्र भाषा से भरे पर्चे फेंककर ग्रामीणों को आक्रोशित कर दिया। यह घटना 12 जनवरी की है, जो अब चर्चा का विषय बन चुकी है।
सीसीटीवी कैमरों में कैद संदिग्ध कार
गांव में लगे सीसीटीवी कैमरों ने इस घटना को उजागर किया है। रात 9:50 से 10 बजे के बीच की फुटेज में एक सफेद रंग की कार नजर आई, जिसने गांव में आते ही अलग-अलग जगहों पर पर्चे फेंके। ये पर्चे महिलाओं और लड़कियों के नामों के साथ अपमानजनक शब्दों से भरे हुए थे। ग्रामीणों ने बताया कि यह घटना पूरी तरह से योजनाबद्ध लग रही है, क्योंकि आरोपी ने सिर्फ 10 मिनट में अपनी गाड़ी घुमाई और पर्चे फेंककर फरार हो गया।
विदेशी नंबर से व्हाट्सएप कॉल्स से उत्पीड़न
ग्रामीणों के मुताबिक, इस संदिग्ध व्यक्ति ने केवल पर्चे फेंकने तक ही सीमित नहीं किया, बल्कि गांव के लोगों को परेशान करने के लिए विदेशी नंबरों से व्हाट्सएप कॉल भी कीं। यह घटनाएं गांव में सुरक्षा को लेकर बड़े सवाल खड़े कर रही हैं।
ग्राम पंचायत का दबाव: मोबाइल टावर डेटा उठाने की मांग
गांव के सरपंच ने तुरंत थाना इसराना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और मामले की गहराई से जांच की मांग की। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि घटना के समय का मोबाइल टावर डेटा (डंप) उठवाया जाए। उनका कहना है कि डंप डेटा से उस समय के आसपास मौजूद मोबाइल नंबरों का पता चल सकेगा और आरोपी की पहचान करना आसान होगा। साथ ही, यह भी स्पष्ट हो सकता है कि विदेशी नंबर से जुड़ी कॉल किस नेटवर्क का उपयोग कर रही हैं।
ग्रामीणों का आक्रोश: बेटियों की सुरक्षा पर सवाल
इस शर्मनाक घटना ने गांव में भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीण, खासकर महिलाओं और बच्चों के माता-पिता, अपनी बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह घटना समाज में असुरक्षा फैलाने का सोचा-समझा प्रयास है।
पुलिस की कार्रवाई: मुकदमा दर्ज, आरोपी की तलाश जारी
इस घटना के सामने आने के बाद थाना शहर पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस ने मामले में 79 बीएनएस-2023 के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि घटना के सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की जा रही है और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।
सुराग जुटाने की कोशिश: सफेद कार पर फोकस
पुलिस के लिए सीसीटीवी फुटेज में दिखी सफेद कार मुख्य सुराग है। अधिकारी मानते हैं कि कार की पहचान और उसके रजिस्ट्रेशन नंबर तक पहुंचने से आरोपी तक पहुंचना आसान होगा। इसके अलावा, पुलिस ने घटना के समय के आसपास लगे अन्य सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी मांगी है।
अभद्रता का सामना: महिलाओं की गरिमा पर हमला
पर्चों में जिन अपमानजनक शब्दों का उपयोग किया गया है, उन्होंने न केवल महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाई है, बल्कि समाज में असुरक्षा और अविश्वास का माहौल बना दिया है। इस घटना ने पूरे इलाके में चिंता की लहर पैदा कर दी है।
आगे की रणनीति: तकनीकी और सामुदायिक सहयोग से हल की कोशिश
गांव के सरपंच और प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि इस घटना को अंजाम देने वाले दोषी को सख्त से सख्त सजा मिले। साथ ही, तकनीकी सहायता से कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज का उपयोग करके घटना के असली कारण और आरोपी का पता लगाया जाएगा। पुलिस का कहना है कि वे तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से व्हाट्सएप कॉल्स को ट्रेस करने की प्रक्रिया में हैं।
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ग्रामीणों का आह्वान: बेटियों की सुरक्षा सर्वोपरि
इस घटना ने गांव की सुरक्षा व्यवस्था पर गहरा सवाल खड़ा कर दिया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाए।
समाज को संदेश: जागरूकता और एकजुटता ही बचाव का उपाय
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि समाज में महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा के लिए जागरूकता और एकजुटता आवश्यक है। ग्रामीणों ने भी एक सुर में कहा है कि वे किसी भी सूरत में अपने गांव की बेटियों को असुरक्षित नहीं महसूस होने देंगे।