हरियाणा में ठंड का कहर: 14 जनवरी को बारिश से बढ़ेगी सर्दी, घना कोहरा बना मुसीबत

हरियाणा में ठंड का कहर: 14 जनवरी को बारिश से बढ़ेगी सर्दी, घना कोहरा बना मुसीबत
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हाड़ कंपा देने वाली सर्दी से जूझता हरियाणा, बारिश की संभावना ने बढ़ाई चिंता

हरियाणा में ठंड ने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। सोमवार सुबह कई शहर घने कोहरे की चपेट में रहे, जिसके कारण दृश्यता खतरनाक स्तर तक गिरकर 50 मीटर तक सीमित हो गई। इस बीच मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि ठंड का प्रकोप अभी समाप्त नहीं होगा और 14 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ के कारण राज्य में बारिश होने की संभावना जताई है। आइए इस खबर पर विस्तार से नजर डालें।

घने कोहरे ने रोका जनजीवन, वाहन चालकों के लिए आफत

सोमवार को हरियाणा के जींद, झज्जर, सोनीपत और अन्य जिलों में सुबह का नजारा किसी सफेद चादर से ढके जैसा था। घने कोहरे के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।

विशेष रूप से झज्जर और आस-पास के इलाकों में, जहां दृश्यता मात्र 20-30 मीटर तक सिमट गई, वाहन चालकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लोगों को धीरे-धीरे वाहन चलाने पड़े, जिससे आवागमन बाधित हुआ। ग्रामीण इलाकों में भी कोहरे के चलते दिनचर्या पर नकारात्मक असर पड़ा।

करनाल बना सर्दी का केंद्र

रविवार रात करनाल में न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.5 डिग्री कम था। यह तापमान पूरे प्रदेश में सबसे कम रहा। ठंड से परेशान स्थानीय लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए। करनाल में ठंड का यह हाल कोई नया नहीं है, लेकिन इस बार ठंड का यह दौर लंबे समय तक चलने की आशंका है।

ठंड का प्रभाव: सामान्य से काफी नीचे पहुंचा तापमान

झज्जर और करनाल जैसे जिलों में न्यूनतम तापमान लगातार गिरावट पर है। सोमवार को झज्जर में दिन का अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि रात का न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ठंड के इस प्रकोप से राहत पाने के लिए लोग गर्म कपड़ों और गर्म पेय पदार्थों का सहारा ले रहे हैं।

पश्चिमी विक्षोभ और बारिश का पूर्वानुमान

मौसम विभाग ने बताया है कि 14 जनवरी से हरियाणा में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे राज्य के कुछ इलाकों में बारिश होने की संभावना है। बारिश होने से जहां एक ओर खेती के लिए फायदेमंद हो सकता है, वहीं ठंड के और बढ़ने का भी अनुमान है। यह स्थिति आने वाले दिनों में जनजीवन को और भी मुश्किल बना सकती है।

यातायात और दैनिक जीवन पर कोहरे का प्रभाव

कोहरे के कारण वाहन चालकों को विशेष सतर्कता बरतनी पड़ी। कई स्थानों पर गाड़ियों की लंबी कतारें देखी गईं और ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति बन गई। सुबह के समय ट्रेनों और उड़ानों का संचालन भी प्रभावित हुआ। समय पर गंतव्य तक पहुंचने में लोगों को अधिक समय लगा।

स्वास्थ्य और सुरक्षा: कैसे करें ठंड से बचाव?

इस ठंड और कोहरे के चलते स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ने का खतरा है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में। विशेषज्ञों ने ठंड से बचने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:

  1. घर से बाहर निकलने पर गर्म कपड़े पहनें और शरीर को ढककर रखें।
  2. अलाव का उपयोग कर घर और आस-पास की जगह को गर्म रखने का प्रयास करें।
  3. अदरक और तुलसी से युक्त गर्म चाय और सूप जैसे पेय पदार्थों का नियमित सेवन करें।
  4. सुबह और रात की ठंड से बचने के लिए बाहर निकलने से पहले सावधानी बरतें।

ठंड से जुड़े दिलचस्प तथ्य

  • हरियाणा में ठंड का प्रकोप विशेष रूप से दिसंबर से जनवरी के बीच अपने चरम पर रहता है।
  • पिछले वर्षों की तुलना में इस बार कोहरा अधिक घना और व्यापक है, जिससे पूरे राज्य में ठंड का प्रभाव गहराया है।
  • ठंड के चलते खुले में काम करने वाले मजदूर और खेतिहर किसान सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।

निष्कर्ष: तैयारी और सतर्कता का समय

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हरियाणा में फिलहाल ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम का यह परिवर्तन और आगामी बारिश की संभावना राज्य के लोगों के लिए नई चुनौतियां लेकर आ सकती है। सरकार और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि कोहरे और ठंड से प्रभावित लोगों की मदद के लिए राहत शिविर और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराएं।

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