रोहतक से दिल्ली जा रही ट्रेन में धमाका: दिवाली पर ले जा रहे गंधक पोटाश से लगी आग, चार यात्री झुलसे

रोहतक से दिल्ली जा रही ट्रेन में धमाका: दिवाली पर ले जा रहे गंधक पोटाश से लगी आग, चार यात्री झुलसे
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हरियाणा के रोहतक से दिल्ली की ओर जा रही एक ट्रेन में सोमवार को बड़ा हादसा हो गया। सांपला स्टेशन से ट्रेन के निकलते ही एक कोच में अचानक धमाका हो गया, जिससे बोगी में आग लग गई। इस धमाके के चलते चार यात्री गंभीर रूप से झुलस गए, और भगदड़ में चार और यात्री घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ, जब कुछ लोग दिवाली पर बेचने के लिए गंधक पोटाश का बैग लेकर सफर कर रहे थे। यह पदार्थ अचानक आग की चपेट में आ गया और ट्रेन की बोगी में अफरा-तफरी मच गई। घटना के बाद रेलवे पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और घायलों को अस्पताल भेजा।

धमाका और आग के बाद मची भगदड़, ट्रेन से कूदने लगे लोग

यह हादसा उस समय हुआ जब रोहतक से शाम 4:20 बजे रवाना हुई पैसेंजर ट्रेन सांपला स्टेशन पर रुकी थी और फिर बहादुरगढ़ की ओर बढ़ रही थी। जैसे ही ट्रेन ने सांपला स्टेशन को पार किया, बोगी में अचानक तेज धमाका हुआ। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि यात्रियों में हड़कंप मच गया और लोग इधर-उधर भागने लगे। कई यात्रियों ने डर के मारे ट्रेन से कूदने की कोशिश की, जिसमें चार लोग घायल हो गए। वहीं, आग की चपेट में आने से चार यात्री झुलस गए। धमाके की खबर सुनते ही ट्रेन में भगदड़ मच गई और यात्री अपनी जान बचाने के लिए जल्दबाजी में बाहर निकलने लगे।

गंधक पोटाश से हुआ धमाका: दिवाली के लिए ले जा रहे थे सामान

जांच के दौरान सामने आया कि जिस कोच में धमाका हुआ, उसमें एक यात्री भारी मात्रा में गंधक पोटाश लेकर यात्रा कर रहा था। बताया जा रहा है कि यह गंधक पोटाश दिवाली के मौके पर पटाखों के निर्माण के लिए ले जाया जा रहा था। धमाका होने के बाद, यह पदार्थ तेजी से आग पकड़ गया और बोगी में आग फैल गई। कोच में बैठे अन्य यात्रियों ने बताया कि गंधक पोटाश को उस सीट के ऊपर रखा गया था, जहां सामान रखा जाता है। अचानक ही धमाका हुआ, और देखते ही देखते आग ने कोच को अपनी चपेट में ले लिया।

अधिकारियों का बयान: गंधक पोटाश की वजह से हुई दुर्घटना

उत्तर रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (सीपीआरओ) हिमांशु शेखर उपाध्याय ने इस घटना पर बताया कि एक यात्री अपने बैग में गंधक पोटाश लेकर यात्रा कर रहा था। गंधक पोटाश अत्यधिक ज्वलनशील होता है और संभवतः इसी वजह से धमाका हुआ। हालांकि, इस घटना में ज्यादा लोग घायल नहीं हुए हैं, फिर भी जो यात्री झुलसे हैं, उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेलवे अधिकारी मामले की गहन जांच कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

गंधक पोटाश और अन्य ज्वलनशील पदार्थ ले जाना है अवैध

भारतीय रेलवे के नियमों के अनुसार, गंधक, पोटाश और अन्य ज्वलनशील पदार्थों को ट्रेन में ले जाना सख्त मना है। ऐसे पदार्थों को किसी भी प्रकार की यात्री गाड़ियों में ले जाना खतरनाक साबित हो सकता है। लेकिन कई बार लोग अपने व्यापारिक लाभ के लिए या त्योहारों के समय इन नियमों का उल्लंघन कर देते हैं। यह घटना भी ऐसा ही एक उदाहरण है, जहां नियमों की अनदेखी ने यात्रियों की जान खतरे में डाल दी। दिवाली जैसे बड़े त्योहार के मौके पर पटाखों और अन्य ज्वलनशील पदार्थों का परिवहन सामान्य हो जाता है, और लोग इन पदार्थों को ट्रेन में ले जाकर खतरे की स्थिति पैदा कर देते हैं।

धमाके के बाद यात्रियों की स्थिति और उनका बयान

इस हादसे के बाद घायल यात्रियों ने बताया कि जैसे ही धमाका हुआ, कोच में चारों ओर धुआं फैल गया। आग की लपटें तेजी से उठने लगीं और बोगी में बैठे लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। यात्रियों का कहना था कि धमाके के साथ ही बोगी के भीतर धुआं फैल गया और सांस लेना मुश्किल हो गया। एक यात्री ने बताया, “हमें समझ नहीं आया कि अचानक से क्या हुआ। एक बड़ा धमाका हुआ और फिर हमने आग की लपटें देखीं। लोग चिल्लाने लगे और ट्रेन के दरवाजे की ओर भागे। कुछ लोग ट्रेन से कूद गए, जिससे वे भी घायल हो गए।”

रेलवे सुरक्षा बल की त्वरित कार्रवाई, घायलों को अस्पताल भेजा गया

घटना की सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल और स्थानीय पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। घायलों को निकटवर्ती अस्पताल में पहुंचाया गया। सुरक्षा बलों ने ट्रेन के उस हिस्से की घेराबंदी कर दी जहां धमाका हुआ था, ताकि घटना के कारणों का ठीक से पता लगाया जा सके। रेलवे अधिकारियों ने सभी यात्रियों को आश्वस्त किया कि स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया है और घायलों को उचित इलाज दिया जा रहा है।

अधिकारियों की सख्ती: दोषियों पर होगी कानूनी कार्रवाई

रेलवे अधिकारियों ने साफ तौर पर कहा है कि घटना में शामिल दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। रेलवे के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। साथ ही, यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार का खतरनाक या ज्वलनशील पदार्थ न ले जाएं, क्योंकि यह उनकी और अन्य यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है।

सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश: ट्रेन के भीतर कड़े चेकिंग नियम लागू होंगे

इस हादसे के बाद रेलवे ने सुरक्षा बढ़ाने के आदेश जारी किए हैं। अब ट्रेनों में और अधिक कड़ी चेकिंग की जाएगी, खासकर त्योहारों के समय, ताकि कोई ज्वलनशील पदार्थ न ले जाया जा सके। इसके अलावा, यात्रियों से आग्रह किया जाएगा कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें और किसी भी प्रकार की संदिग्ध वस्तु को ट्रेनों में ले जाने से बचें।

निष्कर्ष: यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता

यह घटना एक चेतावनी है कि ज्वलनशील पदार्थों को ट्रेनों में ले जाना कितना खतरनाक साबित हो सकता है। त्योहारों के मौसम में पटाखों और अन्य ज्वलनशील पदार्थों का चलन अधिक हो जाता है, लेकिन यात्रियों को ध्यान रखना चाहिए कि उनकी सुरक्षा पहले आती है। रेलवे अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई ने इस हादसे को और भी भयावह होने से बचा लिया, लेकिन इस घटना ने यह भी सिद्ध कर दिया है कि ज्वलनशील पदार्थों को ट्रेनों में ले जाने के खिलाफ सख्ती आवश्यक है।

इस हादसे के बाद रेलवे की ओर से यात्रियों के लिए सख्त दिशानिर्देश जारी किए जा रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

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