मुजफ्फरनगर, यूपी – उत्तर प्रदेश और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़े ऑपरेशन में बिहार के कुख्यात गैंगस्टर को मार गिराया है। यह मुठभेड़ मुजफ्फरनगर के रतनपुरी इलाके में हुई, जहां बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले नीलेश राय को ढेर कर दिया गया। नीलेश राय पर हत्या, लूटपाट और जबरन वसूली के 16 मामले दर्ज थे और उस पर 2.25 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
एनकाउंटर का विवरण
बुधवार की रात को उत्तर प्रदेश एसटीएफ की नोएडा यूनिट और बिहार एसटीएफ ने संयुक्त रूप से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। पुलिस ने बताया कि जब उन्होंने रतनपुरी इलाके में नीलेश राय को घेरा, तो उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की और इस मुठभेड़ में नीलेश राय मारा गया।
अपर पुलिस महानिदेशक का बयान
अपर पुलिस महानिदेशक (यूपी एसटीएफ और कानून व्यवस्था) अमिताभ यश ने कहा कि नीलेश राय पर हत्या, लूट और जबरन वसूली के 16 मामले दर्ज थे। वे 2.25 लाख रुपये के इनामी बदमाश थे और काफी समय से फरार चल रहे थे।
फरवरी की घटना
इस साल फरवरी में नीलेश राय ने बेगूसराय में पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। 24 फरवरी, 2024 को जब पुलिस की एक टीम ने बेगूसराय में उनके ठिकाने पर छापा मारा, तो उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस दल पर गोलीबारी की और भाग निकला था। इस घटना में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था।
पुलिस का बयान
पुलिस ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि नीलेश राय की मौत के बाद अब मामले की जांच और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। पुलिस ने यह भी बताया कि नीलेश राय का आतंक बिहार और यूपी दोनों ही राज्यों में था और उनकी गिरफ्तारी या मौत से क्षेत्र में अपराध की घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है।
ऑपरेशन की तैयारी
इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए यूपी और बिहार पुलिस ने मिलकर कई दिनों तक योजना बनाई। नीलेश राय की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी और अंततः सही मौके का इंतजार किया जा रहा था। बुधवार की रात को जब पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली कि नीलेश राय रतनपुरी इलाके में है, तो तुरंत कार्रवाई की गई।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
नीलेश राय की मौत के बाद स्थानीय लोग राहत की सांस ले रहे हैं। उनके आतंक से लोग परेशान थे और उनकी मौत से क्षेत्र में शांति स्थापित होने की उम्मीद जताई जा रही है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की और उम्मीद जताई कि भविष्य में भी अपराधियों के खिलाफ इसी तरह की सख्त कार्रवाई की जाएगी।
केस का फॉलोअप
पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है कि नीलेश राय के अन्य साथी कहां हैं और उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने की योजना बनाई जा रही है। पुलिस का मानना है कि इस ऑपरेशन से अपराधियों में खौफ फैलेगा और वे आत्मसमर्पण करने पर मजबूर होंगे।
निष्कर्ष
बिहार और यूपी पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई ने एक कुख्यात अपराधी को खत्म कर दिया है। यह एनकाउंटर दिखाता है कि जब दो राज्य एकजुट होकर अपराध के खिलाफ लड़ते हैं, तो अपराधियों के लिए कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं बचता। पुलिस ने यह भी संदेश दिया है कि अपराधियों के खिलाफ इस तरह की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि आम नागरिक सुरक्षित महसूस कर सकें और कानून का राज कायम रहे।