दिल्ली के 16 स्कूलों को बम धमकी: राजधानी में हड़कंप, पुलिस और फायर ब्रिगेड अलर्ट

दिल्ली के 16 स्कूलों को बम धमकी: राजधानी में हड़कंप, पुलिस और फायर ब्रिगेड अलर्ट
Spread the love

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से बम की धमकियों ने खौफ का माहौल पैदा कर दिया है। मंगलवार सुबह 4:30 बजे के करीब 16 प्रमुख स्कूलों को बम धमकी भरे कॉल और ईमेल प्राप्त हुए। धमकी के तुरंत बाद पुलिस और दमकल विभाग की टीमें हरकत में आईं और इन स्कूल परिसरों की गहन जांच शुरू की। शुरुआती जांच में फिलहाल कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया है, लेकिन इन घटनाओं ने सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

इन स्कूलों को मिली धमकी

दिल्ली के जिन 16 स्कूलों को धमकी मिली है, उनमें कई प्रतिष्ठित स्कूल शामिल हैं:

  • भटनागर पब्लिक स्कूल, पश्चिम विहार
  • कैम्ब्रिज स्कूल, श्रीनिवास पुरी
  • डीपीएस, ईस्ट ऑफ कैलाश
  • साउथ दिल्ली पब्लिक स्कूल, डिफेंस कॉलोनी
  • दिल्ली पुलिस पब्लिक स्कूल, सफदरजंग एन्क्लेव
  • कटेश पब्लिक स्कूल, रोहिणी

इन स्कूलों के प्रशासन ने तुरंत बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए और पुलिस को सूचित किया।

धमकी में क्या कहा गया?

धमकी भरे ईमेल में बेहद संगीन आरोप लगाए गए। ईमेल के मुताबिक, स्कूल परिसर में कई विस्फोटक लगाए गए हैं। धमकी में लिखा था:

“यह ईमेल आपको सूचित करने के लिए है कि आपके स्कूल परिसर में कई विस्फोटक हैं। मैं यकीन के साथ कह सकता हूं कि आप अपने छात्रों के बैग की बार-बार जांच नहीं करते हैं। इस गतिविधि में एक सीक्रेट डार्क वेब ग्रुप शामिल है। बम 13 दिसंबर 2024 और 14 दिसंबर 2024 को विस्फोट के लिए तैयार हैं। विशेष रूप से, 14 दिसंबर को होने वाली पैरेंट्स-टीचर मीटिंग के दौरान बम धमाका हो सकता है।”

ईमेल में आगे बताया गया कि एक स्कूल वर्तमान में खेल दिवस की तैयारी कर रहा है, जहां छात्रों की भारी भीड़ जुट रही है। धमकी में स्पष्ट रूप से कहा गया कि विस्फोटक बिल्डिंग और लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए पर्याप्त हैं।

पहले भी आ चुकी हैं धमकियां

यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली के स्कूलों को इस तरह की धमकी मिली है। 8 दिसंबर की रात को भी दिल्ली के 40 से अधिक स्कूलों को इसी प्रकार का धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ था।

  • ईमेल में धमकी: मेल में दावा किया गया था कि उनके परिसर में बम लगाए गए हैं। धमकी देने वाले ने ब्लास्ट रोकने के बदले 30,000 डॉलर की मांग की थी।
  • प्रमुख स्कूल प्रभावित: इन स्कूलों में डीपीएस आरके पुरम और पश्चिम विहार के जीडी गोयनका स्कूल शामिल थे।
  • पुलिस कार्रवाई: स्कूल प्रशासन ने बच्चों को तुरंत घर भेजा और पुलिस व फायर ब्रिगेड को सूचना दी। गहन जांच के बावजूद उस समय भी कोई विस्फोटक बरामद नहीं हुआ था।

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

धमकी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस और दमकल विभाग की टीमें तुरंत सक्रिय हुईं।

  • स्कूल परिसरों की तलाशी: प्रत्येक स्कूल परिसर को पूरी तरह से खंगाला गया।
  • सुरक्षा बढ़ाई गई: सभी स्कूलों में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
  • संदिग्ध गतिविधियों की जांच: पुलिस ईमेल के स्रोत और कॉल करने वाले का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
  • साइबर क्राइम टीम अलर्ट: ईमेल भेजने वाले को ट्रैक करने के लिए साइबर क्राइम यूनिट को लगाया गया है।

अभिभावकों में बढ़ी चिंता

इन घटनाओं के बाद स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों में चिंता की लहर दौड़ गई है। अभिभावकों ने प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त बनाने की मांग की है।

  • बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता: स्कूल प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है।
  • सीसीटीवी निगरानी: स्कूल परिसर के हर कोने पर सीसीटीवी की निगरानी बढ़ा दी गई है।

विशेषज्ञों की राय

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की धमकियां अक्सर “डार्क वेब” से संचालित होती हैं।

  • डार्क वेब का इस्तेमाल: धमकी में डार्क वेब ग्रुप का उल्लेख किया गया है, जो साइबर क्राइम और अन्य अवैध गतिविधियों के लिए कुख्यात है।
  • सुरक्षा उपाय: विशेषज्ञों ने स्कूलों को साइबर सुरक्षा मजबूत करने की सलाह दी है।

स्कूल प्रशासन का बयान

डीपीएस ईस्ट ऑफ कैलाश के प्रिंसिपल ने कहा:

“हमने बच्चों की सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाए हैं। पुलिस और दमकल विभाग के साथ तालमेल बनाकर हर तरह की जांच की जा रही है। अभिभावकों को घबराने की जरूरत नहीं है।”

सरकार की प्रतिक्रिया

दिल्ली सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा:

“हम इस तरह की धमकियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।”

आगे की योजना

  1. सुरक्षा जांच: स्कूल परिसरों में सुरक्षा जांच नियमित रूप से की जाएगी।
  2. साइबर अपराध पर लगाम: साइबर अपराध शाखा को इन धमकियों के स्रोत का पता लगाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
  3. अभिभावकों को भरोसा: बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।

निष्कर्ष

दिल्ली के स्कूलों को मिली यह धमकी न केवल बच्चों और अभिभावकों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि यह सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। हालांकि अब तक की जांच में कोई विस्फोटक बरामद नहीं हुआ है, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया है। अब देखना यह है कि पुलिस और प्रशासन इन धमकियों के पीछे के अपराधियों को कब तक पकड़ पाते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *