लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे सामने आ गए हैं और बीजेपी ने एक बार फिर से दिल्ली की सभी सातों सीटें जीतकर इतिहास रच दिया है। 2014 और 2019 में भी बीजेपी ने दिल्ली की सातों सीटें अपने नाम की थीं और इस बार भी उन्होंने क्लीन स्वीप की हैट्रिक पूरी की है। साल 1952 के बाद यह पहला मौका है जब किसी पार्टी ने लगातार तीन बार दिल्ली की सभी सीटें जीती हैं।
जनता ने जेल का जवाब वोट की चोट से दिया: वीरेंद्र सचदेवा
दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि जिस दिन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन हुआ, उसी दिन यह तय हो गया था कि हम दिल्ली में सातों सीटें जीत रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को भ्रष्ट मानते हुए जेल का जवाब वोट की चोट से दिया है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था, जबकि पंजाब में दोनों पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे थे।
‘विधानसभा से AAP को उखाड़ फेंकेंगे’
वीरेंद्र सचदेवा ने यह भी कहा कि दिल्ली में मानसून आने वाला है, लेकिन हमें पता है कि नाले की सफाई नहीं हुई है और आने वाले समय में फिर से केजरीवाल के मंत्री नए-नए बहाने बनाएंगे। लेकिन इस बार हम उन्हें बहाना नहीं बनाने देंगे और यह जीत सिर्फ एक विराम है। हम फिर से अपने काम पर लगेंगे और विधानसभा से आम आदमी पार्टी को उखाड़ फेंकेंगे। दिल्ली में 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
दिल्ली से 2 महिलाएं संसद पहुंचीं
दिल्ली से इस बार दो महिलाएं संसद पहुंची हैं। लंबे अरसे के बाद दिल्ली से दो महिलाएं सांसद चुनी गई हैं। भाजपा प्रत्याशी कमलजीत सहरावत ने पश्चिमी दिल्ली से महाबल मिश्रा को हराया है, जबकि बांसुरी स्वराज ने आम आदमी पार्टी के सिटिंग विधायक सोमनाथ भारती को हराया है। वहीं, दक्षिणी दिल्ली से भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह बिधूड़ी ने गठबंधन के AAP प्रत्याशी सहीराम पहलवान को करीब सवा लाख वोटों से हराकर जीत दर्ज की है।
पार्षद बनी सांसद
पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी की प्रत्याशी कमलजीत सहरावत को जीत हासिल हुई है। कमलजीत दिल्ली नगर निगम की पार्षद हैं, यानि उनकी सीट पर भी उपचुनाव हो सकता है।
बड़े अंतर से हारे कांग्रेस के प्रत्याशी
दिल्ली कांग्रेस शुरुआत से ही गठबंधन के पक्ष में नहीं थी। इसके बावजूद ना सिर्फ गठबंधन हुआ, बल्कि भारी विरोध के बाद कन्हैया कुमार को उत्तर पूर्वी दिल्ली और उदित राज को उत्तर पश्चिमी दिल्ली से टिकट दिया गया। चांदनी चौक से पूर्व सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जेपी अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया था। ये तीनों प्रत्याशी बड़े अंतर से चुनाव हार गए हैं।
AAP के 3 विधायकों को मिला सांसदी लड़ने का मौका
गठबंधन में अपने कोटे की चार सीटों में से तीन पर आम आदमी पार्टी ने अपने विधायकों को टिकट दिया था। नई दिल्ली से सोमनाथ भारती, पूर्वी दिल्ली से कुलदीप कुमार और दक्षिणी दिल्ली से सहीराम पहलवान को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया था।