कर्मियों ने धोखाधड़ी का शिकार बनाया, प्लॉट बेचने के नाम पर 35 लाख की ठगी

कर्मियों ने धोखाधड़ी का शिकार बनाया, प्लॉट बेचने के नाम पर 35 लाख की ठगी
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करनाल (8 फरवरी 2025): हरियाणा के करनाल जिले के घरौंडा थाना क्षेत्र में एक दिलचस्प और गंभीर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जहां दो पानीपत के आरोपियों ने प्लॉट बेचने के नाम पर एक व्यक्ति से 35 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। यह मामला एक “फुल पेमेंट एग्रीमेंट” के तहत हुआ था, लेकिन आरोपियों ने ना तो रजिस्ट्री करवाई और ना ही ग्राहक को प्लॉट दिया। बाद में जब ग्राहक ने आरोपियों से अपनी राशि वापस मांगने की कोशिश की, तो उसने उसे धमकी दी। यह मामला अब पुलिस के पास है, जिन्होंने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

ठगी का खेल: फुल पेमेंट एग्रीमेंट के नाम पर धोखा


पानीपत के दो व्यक्ति, कांता और संजय, ने एक प्लॉट बेचने का सौदा किया, जिसमें एक व्यक्ति ने उन्हें 35 लाख रुपये की रकम दी थी। यह सौदा “फुल पेमेंट एग्रीमेंट” के तहत किया गया था, जिसका मतलब था कि ग्राहक को पूरी रकम के बदले प्लॉट का मालिकाना हक मिलना चाहिए था।

घटना के मुताबिक, मॉडल टाउन निवासी कंवरजीत सिंह ने पानीपत के कांता और संजय से क्राउन सिटी में स्थित एक प्लॉट खरीदा था। यह प्लॉट करीब 169 वर्गगज का था और कंवरजीत ने इसकी कुल राशि 35 लाख रुपये दी थी। इसके बाद, कांता और संजय ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे प्लॉट के रजिस्ट्री के लिए आवश्यक दस्तावेज संबंधित कंपनी, “क्राउन प्रोमोटर्स एंड डेवलपर्स” में जमा कर चुके हैं।

धोखाधड़ी की गहरी साजिश


कंवरजीत सिंह को यह यकीन दिलाया गया था कि रजिस्ट्री होने के बाद प्लॉट को उनके नाम कर दिया जाएगा। लेकिन जब कंवरजीत ने कई बार रजिस्ट्री के लिए संपर्क किया, तो उन्होंने सिर्फ टालमटोल का सामना किया। इसके बाद, एक दिन उन्हें पता चला कि कांता और संजय ने वही प्लॉट फिर से उसी व्यक्ति को बेच दिया है, जिससे उन्होंने इसे खरीदा था। यह सुनकर कंवरजीत के होश उड़ गए।

साक्षात्कार में खुलासा: जब मामले ने तूल पकड़ा


कंवरजीत सिंह ने पहले तो आरोपियों से शांतिपूर्वक रजिस्ट्री का आग्रह किया, लेकिन जब उन्होंने देखा कि आरोपियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और बाद में वापस मना कर दिया, तो उन्होंने पुलिस से मदद की गुहार लगाई। कंवरजीत के अनुसार, जब उन्होंने संजय और कांता से प्लॉट की रजिस्ट्री अपने नाम कराने की मांग की, तो आरोपियों ने उन्हें फोन पर गालियाँ दी और उन्हें जान से मारने की धमकी तक दी।

इस मामले को लेकर कंवरजीत ने अक्टूबर 2023 में घरौंडा थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी। उसके बाद, पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आरोपियों को तलब किया।

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संजय की गलती की स्वीकृति और चेक का झांसा


संजय ने घरौंडा थाने में अपनी गलती स्वीकार करते हुए कंवरजीत से कहा था कि वे ब्याज सहित 35 लाख रुपये की रकम वापस करेंगे। इसके लिए संजय ने कंवरजीत को दो चेक दिए थे, जो जमानत के तौर पर दिए गए थे। लेकिन, यह चेक भी बेकार साबित हुए क्योंकि अब तक राशि का भुगतान नहीं हुआ है।

पुलिस की जांच और कानूनी कार्रवाई


इस मामले में कंवरजीत की शिकायत पर पुलिस ने अब केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और जल्दी ही इस मामले में सख्त कदम उठाने की योजना बनाई है। पुलिस द्वारा यह मामला गंभीर धोखाधड़ी का माना जा रहा है, क्योंकि इसमें बड़ी रकम का लेन-देन हुआ है और आरोपियों द्वारा धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है।

संजय और कांता की पहचान और स्थान


संजय और कांता पानीपत के रहने वाले हैं और इन दोनों को कंवरजीत सिंह द्वारा किए गए फुल पेमेंट एग्रीमेंट के तहत प्लॉट बेचने का कार्य सौंपा गया था। इस धोखाधड़ी के बाद, कंवरजीत सिंह ने उन्हें कई बार संपर्क किया, लेकिन उन्होंने इसके बाद कोई समाधान नहीं दिया।

कानूनी दृष्टिकोण


यह मामला उस प्रकार की धोखाधड़ी का प्रतीक है, जो आमतौर पर संपत्ति के लेन-देन में होती है। फुल पेमेंट एग्रीमेंट जैसे दस्तावेज़ भी धोखाधड़ी के लिए एक आसान तरीका बन सकते हैं, अगर दोनों पक्षों के बीच विश्वास की कमी हो। इस प्रकार के मामलों में पुलिस कार्रवाई के बाद यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि धोखाधड़ी से पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिले और आरोपी को सजा मिले।

अंतिम शब्द


यह मामला करनाल जिले के घरौंडा थाना क्षेत्र में एक गंभीर धोखाधड़ी का उदाहरण प्रस्तुत करता है, जो कि संपत्ति के लेन-देन के दौरान हो सकती है। कंवरजीत सिंह का केस इस बात को सामने लाता है कि संपत्ति की खरीदारी और बिक्री के समय सभी दस्तावेजों की पूरी जांच करना कितना महत्वपूर्ण है। खासकर जब बड़े पैमाने पर लेन-देन हो, तो कोई भी हल्की सी चूक धोखाधड़ी का कारण बन सकती है।

फिलहाल, पुलिस ने इस मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है और आरोपियों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है। कंवरजीत सिंह को न्याय मिलने की उम्मीद है, हालांकि इस घटनाक्रम ने यह सवाल खड़ा किया है कि भविष्य में इस तरह के मामलों को रोकने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।

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